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पुलिस शांति व सुरक्षा व्यवस्था की दोस्त-गृहमंत्री

दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस पर उत्कृष्ट सेवा सम्मान दिए

'हर नागरिक के हृदय में पुलिस के लिए सम्मान होना चाहिए'

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Monday 17 February 2020 02:41:13 PM

amit shah receiving the ceremonial guard of honour from the delhi police officers

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस परेड समारोह को संबोधित करते हुए कहा है कि दिल्ली पुलिस केवल दिल्ली का पुलिस बल नहीं, बल्कि देश की राजधानी का पुलिस बल है, जिस कारण पूरे देश को इससे प्रेरणा मिलती है। गृहमंत्री ने कहा कि किसी उत्तेजना में आए बिना नागरिकों को उपद्रवियों से सुरक्षित रखना पुलिस का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक ध्यान रखे कि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है, केवल उसकी आलोचना करना या उपद्रवियों का उसे निशाना बनाना ठीक नहीं है, उसके काम को समझना आवश्यक है। गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस धर्म-जाति निर्पेक्ष है, किसी की दुश्मन नहीं है, पुलिस शांति और सुरक्षा व्यवस्था की दोस्त है, इसलिए सदैव उसका सम्मान किया जाना चाहिए। अमित शाह ने कहा कि जब आम नागरिक त्यौहार मनाता है, तब पुलिस त्यौहार मनाने की बजाय अपने कर्तव्य का निर्वहन करती है। उन्होंने दिल्ली सेफ सिटि परियोजना के तहत राजधानी की सुरक्षा के लिए 857 करोड़ रुपये मंज़ूर किए और दिल्ली पुलिस के अफसरों को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए पदक देकर सम्मानित किया।
गृहमंत्री अमित शाह ने 73वें स्थापना दिवस पर दिल्ली पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि जब हम दिल्ली और देश की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस की भूमिका को देखते हैं तो ज्ञात होता है कि दिल्ली पुलिस न केवल भारत की, बल्कि विश्व के महानगर पुलिसबलों की प्रमुख पंक्ति में अपना स्थान सुनिश्चित करती है, जोकि देश के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के लिए यह भी गौरव का विषय है कि उसकी स्थापना स्वयं लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने की थी, जिनकी भूमिका पूरे देश को अखंड बनाने में अद्वितीय है। अमित शाह ने सरदार वल्लभभाई पटेल के वक्तव्य को याद करते हुए कहा कि पुलिस को सदैव यह ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी कारणवश उत्तेजना में आए बिना नागरिकों को उपद्रवियों से सुरक्षित रखना उनका परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि दिल्ली पुलिस ने सरदारजी की इस सीख को हमेशा चरितार्थ किया है। अमित शाह ने कहा कि स्थापना से आज तक देश की राजधानी में जितने राष्ट्रीय पर्व मनाए गए, विभिन्न राष्ट्रों के अध्यक्ष दिल्ली आए, दिल्ली पुलिस ने सदैव इन सभी कार्यक्रमों का संचालन बिना किसी चूक के सफलतापूर्वक सुनिश्चित किया है, यही कारण है कि राजधानी में चाहे कितना भी बड़ा समारोह या राष्ट्रीय पर्व का आयोजन हो, देश निश्चिंत होकर इसकी ज़िम्मेदारी दिल्ली पुलिस के कंधों पर छोड़ता आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को दोहराते हुए अमित शाह ने कहा कि हर नागरिक को यह ध्यान रखना चाहिए कि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है और केवल उसकी आलोचना करना या उपद्रवियों का उसे निशाना बनाना ठीक नहीं है, बल्कि उसके काम को समझना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस देश में शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का काम बिना किसी धर्म या जाति देखकर करती है और ज़रूरत के समय मदद भी करती है, पुलिस किसी की दुश्मन नहीं है, पुलिस शांति और व्यवस्था की दोस्त है, इसलिए सदैव उसका सम्मान किया जाना चाहिए। गृहमंत्री ने कहा कि हर नागरिक पुलिस की आलोचना करने वालों और उनपर व्यंग्यात्मक टिप्पणी करने वालों को सुने, परंतु यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि भारत की आज़ादी के बाद 35000 से अधिक जवानों ने देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। अमित शाह ने कहा कि देश के हर नागरिक के हृदय में पुलिस के लिए सम्मान अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इन 35000 जवानों की शहादत का सम्मान करते हुए दिल्ली के हृदय में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना की है, जो इन जवानों के परम बलिदान की गौरवपूर्ण गाथा को हमारे सामने रखता है। देश के नागरिकों से अपील करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि जब भी वे दिल्ली आएं तो इस स्मारक के दर्शन अवश्य करें, जोकि उनकी तरफ से जवानों के बलिदान को परम श्रद्धांजलि होगी।
दिल्ली पुलिस की उपलब्धियों का बखान करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह पुलिस बल अपने आपमें विचित्र है, जिसके कार्यक्षेत्र में संसद भवन और प्रधानमंत्री निवास की सुरक्षा से लेकर 3 राज्यों से लगी सीमा की निगरानी और दिल्ली के नागरिकों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, महिलाओं की सुरक्षा, पूर्वोत्तर के नागरिकों की सुरक्षा, साइबर क्राइम से निपटने और डिप्लोमेटिक एरिया की सुरक्षा जैसी कई चुनौतियां होने के बाद भी दिल्ली पुलिस ने हर चुनौती का मुस्तैदी के साथ डटकर सामना किया है। उन्होंने कहा कि चाहे स्मार्ट पोलिसिंग हो या केंद्र सरकार की महिला सुरक्षा के लिए 112 हेल्पलाइन का कार्यांवयन, नागरिकों को साइबर अपराधों से बचाने के लिए नेशनल फॉरेंसिक लैब हो या इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर और साइबर क्राइम यूनिट की शुरुआत हो, दिल्ली पुलिस सदैव अपेक्षाओं पर खरी उतरी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस साइबर अपराधों से निपटने के लिए अन्य एजेंसियों के साथ तालमेल बैठाते हुए नोडल एजेंसी का काम सफलता से कर रही है। अमित शाह ने केंद्र सरकार के कई प्रयासों का उल्लेख किया, जिनसे दिल्ली पुलिस की क्षमता में वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सेफ सिटि परियोजना के तहत केंद्र सरकार ने राजधानी की सुरक्षा के लिए 857 करोड़ रुपये मंज़ूर किए हैं और सार्वजनिक स्थानों की निगरानी के लिए अपराध मानचित्र के आधार पर 165 पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में लगभग 10000 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने दिल्ली पुलिस को लगभग 9300 सीसीटीवी कैमरों की स्वीकृती प्रदान की है।
गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि हिम्मत एप, ई-मोटर व्हीकल एप या ऑनलाइन करैक्टर वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट दिल्ली पुलिस के एसे डिजिटल प्रयोगों से उसका जनसंपर्क कई गुना बढ़ा है और नागरिकों के लिए सुविधाएं बढ़ी हैं, इन कदमों से न केवल पुलिस और जनता के बीच की दूरी घटेगी, बल्कि उनके बीच विश्वास में वृद्धि होगी। दिल्ली पुलिस कर्मियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने मध्यम आय वर्ग के लिए तैयार 200 फ्लैटों के दिल्ली पुलिस कर्मियों को आवंटन के लिए 137 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की है, इसके अलावा अतिरिक्त 582 फ्लैट खरीदने हेतु गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को 88 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस अपने कर्मियों के लिए 700 से अधिक आवासों का निर्माण कर रही है, जिससे आनेवाले समय में पुलिसकर्मियों के आवास संतुष्टि स्तर में वृद्धि होगी, मेडिकल मामलों में अनुमोदन को गति प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ परामर्श से दिल्ली पुलिस आयुक्त को 25 लाख रुपये तकके अनुमोदन की शक्तियां प्रदान की गई हैं। अमित शाह ने कहा कि 1991 से लेकर आजतक 30 दिल्ली पुलिस के कर्मी शहीद हुए जिसमें संसद पर हमले से लेकर आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ की अनेक घटनाएं हैं। उन्होंने विशेष रूपसे संसद हमले में शहीद दिल्ली पुलिस के कीर्ति चक्र विजेता जवानों और बाटला हाउस आतंकवादी मुठभेड़ में शहीद निरीक्षक मोहन चंद शर्मा को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। गृहमंत्री ने प्रधानमंत्री के स्मार्ट पुलिसिंग के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर एक नागरिक से अपनी भूमिका और ज़िम्मेदारी का सच्चे मन से निर्वहन करने का आग्रह किया।

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