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सीबीएफसी का नया लोगो और प्रमाणपत्र जारी

मुंबई में फिल्‍म बाज़ार का आयोजन होगा-श्रीप्रकाश जावड़ेकर

'पायरेसी रोकने के लिए कानून में सरकार ने किए कड़े उपाय'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 2 September 2019 04:09:35 PM

new logo and certificate of cbfc released

मुंबई। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्रीप्रकाश जावड़ेकर ने मुंबई में सीबीएफसी के कार्यक्रम में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के नए लोगो और प्रमाणपत्र डिजाइन का अनावरण किया। इस अवसर पर श्रीप्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बदलती डिजिटल व्‍यवस्‍था को ध्‍यान में रखते हुए नए प्रमाणपत्र डिजाइन में क्‍यूआर कोड की शुरुआत की गई है, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और फिल्‍म निर्माताओं को अधिक जानकारी प्राप्‍त होगी। उन्‍होंने कहा कि जब केबल टेलीविजन और डीटीएच की शुरुआत हुई तो लोगों ने इतनी कम दर पर इन सेवाओं के उपयोग की कल्‍पना नहीं की थी, लेकिन ट्राई के आदेश के पश्‍चात यह जल्‍द ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के प्रभाव के कारण सिर्फ एक या दो शो के बाद ही यह स्‍पष्‍ट हो जाता है कि फिल्‍म सफल होगी या नहीं। श्रीप्रकाश जावड़ेकर ने टीवी कार्यक्रम निर्माताओं से अपील की कि उन्‍हें तकनीक का ऐसा प्रयोग करना चाहिए कि दृष्टिबाधित भी फिल्‍म को बेहतर ढंग से समझ सकें और ऐसी तकनीक का उपयोग मात्र एक या दो लाख रुपये प्रति फिल्‍म के खर्च पर किया जा सकता है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि निजी समाचार चैनलों को प्रयास करना चाहिए कि वे कम से कम प्रति सप्‍ताह एक बुलेटिन श्रवण बाधित लोगों के लिए तैयार करें। श्रीप्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इस वर्ष का भारत अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सव विशिष्‍ट होगा। उन्होंने बताया कि आईएफएफआई-2019 की थीम है-एक भारत श्रेष्‍ठ भारत और उद्घाटन एवं समापन समारोह इसी थीम को प्रदर्शित करेंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि हम फिल्‍म व्‍यवसाय सम्‍मेलन के आयोजन का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें फिल्‍मों के व्‍यावसायिक आयामों पर विचार-विमर्श किया जाएगा, मुंबई में फिल्‍म बाज़ार में व्‍यापार संवर्द्धन, तकनीक संयोजन और निर्यात संवर्द्धन जैसे विषयों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पायरेसी रोकने के लिए सरकार सिनेमेटोग्राफ अधिनियम में बदलाव करने जा रही है, कलाकारों के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए कॉपीराइट एक्‍ट में पहले ही बदलाव किया जा चुका है। उन्‍होंने ऑनलाइन सामग्री के प्रमाणन के लिए सभी हितधारकों और जनसमुदाय से सुझाव आमंत्रित किए।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के नए डिजाइन के बार में सीबीएफसी के चेयरमैन प्रसून जोशी ने कहा कि यह नया डिजाइन समकालीन डिजिटल विश्‍व को प्रदर्शित करता है, इससे हमें कार्य करने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि डिजाइन में यह बदलाव केवल ऊपरी दिखावा नहीं है, बल्कि यह कार्य प्रक्रिया में शामिल हो चुका है और यह सीबीएफसी के मूल्‍यसंवर्द्धन दृष्टिकोण को रेखांकित करता है। प्रसून जोशी ने कहा कि पिछले कुछ वर्ष में सीबीएफसी ने कई पहलों की शुरुआत की है, इनसे फिल्‍म उद्योग को लाभ मिलेगा, बोर्ड फिल्‍म उद्योग के मामलों को आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय और सकारात्‍मक भूमिका निभा रहा है, बोर्ड के कार्यों में पारदर्शिता बढ़ी है। उन्‍होंने कहा कि फिल्‍म निर्माता किसी भी फिल्‍म के बारे में सीबीएफसी की वेबसाइट से जानकारी प्राप्‍त कर सकते हैं। एडब्‍ल्‍यूबीआई (भारत पशु कल्‍याण बोर्ड) के मामलों को सरल बनाया गया है। उन्‍होंने अपने बोर्ड सदस्‍यों की सराहना की। बोर्ड के सदस्‍य हैं-नरेंद्र कोहली, विद्या बालन, वामन केंद्रे, विवेक अग्निहोत्री, गौतमी तदिमल्ला, टीएस नागभरण, वाणी त्रिपाठी टीकू, नरेशचंदर लाल, नील हरबर्ट नोंगकिरीह, जीविता राजशेखर, रमेश पाटंगे और मिहिर भूटा।
प्रसून जोशी ने कहा कि ऐतिहासिक रूपसे कला में सहभागिता रहती थी और सह निर्माण की भावना मौजूद रहती थी, अभिनय करने वाले सक्रिय भूमिका निभाते थे और दर्शक निष्क्रिय हो गए, इसमें बाद में बदलाव आया। उन्होंने कहा कि तकनीक से एक नई वास्‍तविकता सामने आई है, इससे अभिनय करने वाले और दर्शक दोनों की सक्रिय हुए हैं, इससे लोगों को अपने विचार रखने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि दर्शक और रचनात्‍मक व्‍यक्तियों के बीच का आपसी विश्‍वास बहुत महत्‍वपूर्ण है, यदि कलाकारों पर विश्‍वास में कमी आती है तो हमारी दुनिया पर इसका नकारात्‍मक प्रभाव पड़ेगा। प्रसून जोशी ने कहा कि सांस्‍कृतिक विचारों को सामने रखने के लिए केवल संवाद के माध्‍यम का उपयोग किया जाना चाहिए, न कि आदेश का, सीबीएफसी ने इस दृष्टिकोण को अपनाया है। उन्होंने नागरिकों को विभिन्‍न फिल्‍म रेटिंग के बारे में शिक्षित करने की जरूरत को रेखांकित किया। नया डिजाइन भविष्‍य को ध्‍यान में रखते हुए तैयार किया गया है। क्‍यूआर कोड को स्‍कैन करने पर प्रमाण पत्र के बारे में अधिक जानकारी ऑनलाइन प्राप्‍त की जा सकती है। प्रसून जोशी ने इस डिजाइन की परिकल्‍पना की थी। इस डिजाइन को एनएसडीएल के सहयोग से रोहित देवगन ने तैयार किया है।
सीबीएफसी मुंबई के क्षेत्रीय अधिकारी तुषार कर्माकर ने संगठन की गतिविधियों और उपलब्धियों के बारे में प्रस्‍तुति दी। तुषार कर्माकर ने ई-सिनेप्रमाणन को रेखांकित किया, जो सीबीएफसी की ऑनलाइन प्रमाणन प्रणाली है। इसका उद्घाटन मार्च 2017 में सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने किया था। कार्यक्रम में भारतीय फिल्म उद्योग और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के बोर्ड सदस्य परस्‍पर बातचीत के लिए शामिल हुए थे। कार्यक्रम में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे और फिल्‍म जगत से एकता कपूर, कंगना रनौत, संजय खान, सतीश कौशिक, मधुर भंडारकर, विधु विनोद चोपड़ा, बोनी कपूर, रमेश सिप्पी, अनुपमा चोपड़ा, सुभाष घई, सुधीर मिश्रा, अतुल कासबेकर, विद्या बालन, सिद्धार्थ रॉय कपूर, प्रहलाद कक्‍कड़, किरन शांताराम और कुणाल कोहली शामिल हुए।

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