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वैश्य समाज में राजनीतिक जागृति का आह्वान

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Monday 25 March 2013 11:59:36 AM

vaish awakening conference

रेवाड़ी, हरियाणा। आने वाला 2014 का चुनाव निर्णायक होगा और इस चुनाव में अगर वैश्य समाज चूक गया तो फिर इसकी भरपाई करना मुश्किल होगा। इस चुनाव में कम से कम 16 विधायकों को विधानसभा में भेजना है, तभी वैश्य समाज के हित सुरक्षित रह पाएंगे। यह बात अग्रवाल वैश्य समाज के अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने रविवार को यहां हिंदू हाई स्कूल में गुड़गांव लोकसभा के वैश्य जागृति सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज के पिछड़ने का कारण केवल यही है कि हम लोग राजनीति में सक्रिय भागीदारी नहीं कर रहे हैं।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि प्रदेश की राजनीति करवट ले रही है और ऐसे में वैश्य समाज की ताकत को भी राजनीतिक दल पहचानने लगे हैं, इसी कारण अनेक राजनीतिक दल उनके संपर्क में हैं और उनसे टिकटों के लिए सूची भी मांगी है। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज अगर एकजुट होकर खड़ा होगा तो कोई ताकत नहीं है कि वैश्य समाज के वोटों की अनदेखी की जा सके। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि कहां पर किसका समर्थन करना है, इसका फैसला समाज करेगा और समाज के साथ मिलकर चलने वाले व्यक्ति को विधानसभा में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि आज वैश्य समाज से उसका व्यापार छिन रहा है, वैश्य समाज से उसकी नौकरी जा रही है, ऐसे में अगर हमने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में वैश्य समाज हांशिए पर होगा और उसके लिए हमारी पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा कि इन 16 सीटों के अलावा बाकी सीटों पर भी विचार होगा और तय किया जाएगा कि किसका साथ देना है और किसका साथ लेना है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव समन्वय समिति का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष अशोक मित्तल हैं। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज जिस दिन अपने वोट की ताकत को पहचान लेगा और बोलना सीख लेगा, उस दिन इस समाज को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता, पहली जरूरत वोट बनवाने की है, दूसरी जरूरत एकता दिखाने की है और तीसरी जरूरत वोट डालने की है।
विजय सोमाणी ने उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि वे एकजुट हों। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज के 356 घटक अगर एक हो जाएं तो प्रधानमंत्री की कुर्सी भी दूर नहीं है। वैश्य जागृति सम्मेलन को श्याम सुंदर अग्रवाल, सतेंद्र प्रसाद, एकता बंसल, मान सिंह गुप्ता, अशोक मित्तल, दिलीप खंडेलवाल, स्नेहलता गुप्ता, विपिन जैन नूंह, रत्नेश बंसल, वीणा अग्रवाल, एनके गुप्ता, नवीन गोयल, भानीराम मंगला, सुशीला सर्राफ, कपिल बंसल, वशिष्ठ गोयल, राकेश मित्तल ने सभा को संबोधित करते हुए लोगों का आह्वान किया कि वे 2 अक्तूबर 2013 को करनाल में होने वाले वैश्य जागृति महासम्मेलन में भाग लेकर प्रदेश की राजनीति को बदलने का काम करें। अभय जैन ने मंच संचालन किया।
इस कार्यक्रम में बृजलाल गोयल, मुरारीलाल अग्रवाल, रामकिशन गंडालावाले, नीरज गर्ग, ओमप्रकाश गुप्ता, सतीश अग्रवाल, अजीत प्रसाद जैन, भूपेंद्र गुप्ता, संदीप खंडेलवाल, जयप्रकाश रस्तोगी, प्रदीप गोयल, पुरूषोत्तम दहीनावाले, हेमंत गुप्ता, प्रवीण अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल सीहा वाले, मुकेश महाजन, यशपाल गुप्ता, राधेश्याम, पूर्णचंद भट्ठे वाले, मुकेश बंसल, धनराज केडिया, हितेश अग्रवाल, विनोद गोयल, बीडी अग्रवाल, नरेश गुप्ता, आरके अग्रवाल, नीरज सिंगला सहित अनेक वैश्यजन उपस्थित थे।

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