स्वतंत्र आवाज़
word map

उत्तर भारतीय आम के निर्यात को बढ़ावा

समुद्री मार्ग से पहली खेप लखनऊ से इटली भेजी गई

उत्तर प्रदेश मंडी परिषद के निदेशक ने झंडी दिखाई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 18 July 2019 01:55:26 PM

the first consignment of mango was sent to sea from lucknow to italy

लखनऊ। उत्तर भारत से आम के निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए 10 टन चौसा आम की पहली खेप समुद्री मार्ग से उत्तर प्रदेश मंडी परिषद पैक हाउस मलिहाबाद लखनऊ से इटली भेजी गई। इस नौवहन को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण ने वित्तीय सहायता प्रदान की है। आम की इस खेप को उत्तर प्रदेश मंडी परिषद के निदेशक आरके पांडे तथा एपीडा के एजीएम डॉ सीबी सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे। आम की इस खेप को रीफर कंटेनर द्वारा गुजरात के पीपावाव बंदरगाह भेजा गया, जहां से यह स्पेन के रास्ते इटली पहुंचेगा।
आम की खेप के लगभग 20 से 22 दिन में लखनऊ से इटली पहुंचने की संभावना है। सामान्य रूपसे उत्तर प्रदेश से आमों का निर्यात हवाई सेवा से किया जाता रहा है, लेकिन लखनऊ से यूरोप तक सामान भेजने की लागत बेहद अधिक है। उत्तर प्रदेश में अच्छी श्रेणी के आम होने के बाद भी लखनऊ से सीमित संख्या में हवाई सेवा होने तथा हवाईमाल भाड़े की दर अधिक होने के चलते आम का निर्यात आसान नहीं था। वायुसेवा से प्रति किलोग्राम आम निर्यात करने की दर जहां 120 रुपये प्रति किलो थी, वहीं समुद्र मार्ग से इसे यूरोप भेजने में सिर्फ 28 रुपये प्रति किलो की लागत आएगी। भारत से कृषि निर्यात शीतगृहों में आधारभूत ढांचे की समस्या के कारण सीमित रहा है। निर्यातक इस समस्या से निवारण के लिए आम के उपयोग करने की अवधि बढ़ाने के लिए नवीनतम वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर रहे हैं।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]